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शनिवार, 17 सितंबर 2011

हिंदी मेरी जान

हिंदी
मेरी जान है
यह हमारी
राष्ट्र भाषा
मेरे देश की शान है
... ... रहते हो कहीं भी
हमारी
यही पहचान है
है देश की
प्राणमयी भाषा
यही
हमारी आन है
अग्रसर है
विश्वभाषा बनने को
यही हमारा
मान है
वाहक ये संस्कृत की
दर्पण ये साहित्य समाज की
यही हमारा अभिमान है
तन-मन प्राणों से प्यारी
हम सबका सम्मान है
१४ सितम्बर हिंदी दिवस पर आप सभी को बधाई और शुभकामनाये
वन्देमातरम
जय हिंद जय भारत
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निज भाषा का नहीं गर्व जिसे ,
क्या ? प्रेम देश से होगा उसे ,
वही वीर देश का प्यारा है,
हिन्दी ही जिसका नारा है ll "
'हिन्दी दिवस' (१४ सितम्बर) की
हार्दिक शुभकामनाये !!
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शान से बोले हिन्दी
किसी भी भाषा को सीसना कोई बुरी बात नही है लेकिन अपनी भाषा बोलने से आपका व्यक्तित्व कमतर आँका जाएगा....
हिन्दी आपकी भाषा है और इसका बेहिचक ईस्तेमाल किया जाना चाहिए । बजाऐ अधकचरी अंग्रेजी या न समझ मे आने वाली बात अग्रेजी मे कहने के अपनी भाषा मे यदि अपनी बात की जाऐ तो प्रभाव भी ज्याद पड़ेगा और सुनने वाले को समझ भी जल्दी आएगी
सौ.नवदुनिया
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कोई भी देश सच्चे
अर्थोँ मे
तब तक स्वतत्रं नहीँ है जब तक वह
अपनी भाषा मेँ नहीँ बोलता।
राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूँगा है।
"वन्दे - मातरम"

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